इंस्टाग्राम रील के चक्कर में जिंदगी दांव पर! वंदे भारत के आगे लेटा युवक, वीडियो वायरल होने पर पहुंचा जेल
- संवाददाता
- 5 दिन पहले
- 2 मिनट पठन
संवाददाता | अप्रैल 7, 2025
उन्नाव: सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स और व्यूज की होड़ ने एक युवक को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। उन्नाव जिले के हसनगंज क्षेत्र स्थित न्योतनी कस्बे के मोहल्ला दयानंद नगर निवासी 22 वर्षीय रंजीत
चौरसिया ने इंस्टाग्राम पर लाइक्स और लोकप्रियता पाने के लिए जानलेवा स्टंट किया।
रंजीत ने कानपुर-लखनऊ रेल रूट पर कुसुंभी स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर लेटकर वंदे भारत ट्रेन के गुजरने का वीडियो बनाया और उसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दिया। वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसके बाद जीआरपी ने मामला संज्ञान में लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

पिता बोले: वीडियो एडिटेड है, बेटे को फंसाया गया
रंजीत के पिता सुकुरू चौरसिया का कहना है कि उनका बेटा तीन वर्षों से वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम पर पोस्ट करता आ रहा है और यह वायरल वीडियो भी एडिटेड है। उन्होंने दावा किया कि रंजीत ने वास्तव में पटरी पर लेटकर वीडियो नहीं बनाया।
सुकुरू ने बताया कि वह खुद रीढ़ की हड्डी की गंभीर समस्या से पीड़ित हैं और घर में चारपाई पर पड़े रहते हैं। ऐसे में पूरा परिवार रंजीत की कमाई पर निर्भर है, जो सोहरामऊ की एक ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी के गोदाम में नौकरी करता है।
पुलिस जांच में जुटी, मोबाइल भेजा गया फॉरेंसिक लैब
जीआरपी एसओ अरविंद पांडेय ने बताया कि रंजीत ने पूछताछ में वीडियो बनाने की बात कबूल की है। हालांकि, वीडियो एडिटेड होने की आशंका भी जताई जा रही है। इसी आधार पर आरोपी का मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, जिससे असलियत सामने आ सके।
बताया गया कि रंजीत 3 अप्रैल को कुसुंभी में मेला देखने गया था, जहां उसने यह वीडियो शूट किया। उसका इंस्टाग्राम अकाउंट पहले से ही एक्टिव है, जिसमें 1008 से अधिक वीडियो और 50 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं।
फॉलोअर्स की चाह में जान को खतरे में डालने वाले इस मामले ने सोशल मीडिया की अंधी दौड़ पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जांच के बाद यह साफ होगा कि यह वीडियो हकीकत थी या एडिटिंग का कमाल, लेकिन तब तक रंजीत को जेल की हवा खानी पड़ी है।
Comments