संवाददाता | मार्च 27, 2025
कन्नौज: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने बुधवार को कन्नौज पहुंचकर धार्मिक आयोजनों में हिस्सा लिया और भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने प्रदेश में बढ़ते भ्रष्टाचार, कुशासन और जनाक्रोश का हवाला देते हुए दावा किया कि मुख्यमंत्री की कुर्सी अब सुरक्षित नहीं है।
अखिलेश यादव ने कन्नौज के इत्र कारोबारियों की सराहना करते हुए कहा कि, "भाजपा में नफरत की दुर्गंध फैली हुई है, लेकिन कन्नौज के इत्र कारोबारियों ने इसे कम करने का काम किया है।" उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अभी इस दुर्गंध को और कम किया जाना बाकी है।

धार्मिक आयोजन में भाग लेकर दिया राजनीतिक संदेश
अखिलेश यादव बुधवार दोपहर 1108 कुंडीय मृत्युंजय मां पीतांबरा महायज्ञ में शामिल हुए। यहां उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों और स्थानीय लोगों के साथ यज्ञ में आहुतियां दीं। इसके बाद प्रेस वार्ता में उन्होंने भाजपा सरकार पर कड़े शब्दों में निशाना साधा।
उन्होंने कहा, "भाजपा सरकार के आठ साल पूरे हो गए, लेकिन इन वर्षों में कन्नौज का विकास ठप कर दिया गया। पुलिस को खुद भाग-दौड़ करके आईएएस अधिकारियों को गिरफ्तार करना पड़ रहा है। भाजपा विधायकों को भी अब बदलाव की जरूरत महसूस हो रही है।"
"बाबा को दिल्ली जाना चाहिए" – अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने बस्ती के भाजपा विधायक के बयान का जिक्र करते हुए कहा, "खुद भाजपा विधायक मान रहे हैं कि अब बाबा (योगी आदित्यनाथ) को दिल्ली जाना चाहिए। यूपी की जनता अब बदलाव चाहती है। प्रदेश में खुली लूट मची है और सरकार जल्द ही विदा होने वाली है।"
उन्होंने प्रदेश की मौजूदा स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि नवरात्रि में सरकार शराब पर ‘एक खरीदो, एक फ्री’ जैसी स्कीम चला रही है, लेकिन आम जनता के लिए कोई राहत नहीं है। उन्होंने किसानों की दुर्दशा की ओर इशारा करते हुए कहा, "आलू के दाम गिर रहे हैं, जिससे किसान परेशान हैं, लेकिन सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है।"
"लाल टोपी बदलने वाली नहीं" – सुब्रत पाठक के बयान पर पलटवार
भाजपा नेता और पूर्व सांसद सुब्रत पाठक द्वारा अखिलेश यादव की टोपी पर की गई टिप्पणी का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "मुझे यह लाल टोपी नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने दी है, और यह बदलने वाली नहीं है। टोपी तो वे लोग बदलते हैं जो दल बदलते हैं।"
कन्नौज से गहरा रिश्ता, जनता से जुड़ाव
अखिलेश यादव ने कन्नौज के अपने गहरे संबंधों को दोहराते हुए कहा, "कन्नौज से मेरा रिश्ता कभी टूटेगा नहीं। मुझे गर्व है कि मैं सनातनी भी हूं और भारतीय भी।" इसके बाद उन्होंने नगर की गलियों में घूमकर स्थानीय लोगों से मुलाकात की, दुकानों पर जाकर हालचाल लिया और जनता से संवाद किया।
शाम को उनका काफिला दुर्गा नगर गढ़ी पहुंचा, जहां उन्होंने स्व. रामनारायण सिंह बघेल और स्व. हरदेव सिंह ड्यूक की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद वह स्थानीय सपा नेताओं और समर्थकों के घर पहुंचे और उनके परिवारजनों से मुलाकात की।
राजनीतिक माहौल गरमाया, 2024 की तैयारी शुरू
अखिलेश यादव के इस दौरे को 2024 के चुनावों की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। उनके तीखे हमलों और सरकार विरोधी तेवरों से साफ है कि सपा पूरी ताकत के साथ भाजपा को घेरने की रणनीति पर काम कर रही है। वहीं, भाजपा भी अपने नेतृत्व और विकास कार्यों के दम पर चुनावी समीकरण बनाने में जुटी हुई है।
अब देखना यह होगा कि क्या अखिलेश यादव की सियासी रणनीति भाजपा के गढ़ में सेंध लगा पाएगी, या फिर भाजपा अपने वोटबैंक को बरकरार रखने में कामयाब होगी।
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