'वक्फ बिल अधिकार देता है, छीनता नहीं' — ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने किया समर्थन, अफवाहों से सावधान रहने की अपील
- संवाददाता
- 7 दिन पहले
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एएनआई |अप्रैल 4, 2025
लखनऊ: हाल ही में लोकसभा और राज्यसभा में पारित वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को लेकर जहां देशभर में बहस जारी है, वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम जमात ने इसका खुलकर समर्थन किया है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मुस्लिम समुदाय को आश्वासन दिया कि यह विधेयक न तो उनकी धार्मिक संपत्तियों — जैसे मस्जिदों, दरगाहों, ईदगाहों या कब्रिस्तानों — के लिए खतरा है, और न ही उनके अधिकारों को नुकसान पहुंचाता है।

मौलाना रजवी ने कहा, "यह कानून अधिकार देने के लिए है, उन्हें छीनने के लिए नहीं।" उन्होंने उन तमाम दावों को खारिज किया जिनमें कहा गया कि यह संशोधन मुसलमानों के हितों के विरुद्ध है। साथ ही उन्होंने केंद्रीय
नेतृत्व का आभार जताते हुए जनता को बिल पास होने की बधाई दी।
रजवी ने साफ कहा कि असली खतरा वक्फ संपत्तियों पर कब्जा करने वाले भू-माफियाओं से है, जिन्होंने करोड़ों की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने विधेयक को वक्फ की पारदर्शिता और संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।
साथ ही उन्होंने समुदाय से विरोध-प्रदर्शनों से दूर रहने और राजनीतिक एजेंडों के तहत फैल रही अफवाहों से सतर्क रहने की अपील की। "मैं मुसलमानों से अपील करता हूं कि वे किसी भी झूठी कहानी या गलत सूचना के प्रभाव में न आएं," उन्होंने कहा।
हालांकि, विधेयक को लेकर समुदाय के भीतर मतभेद भी उभरे हैं। कुछ धार्मिक नेताओं ने इसे हितधारकों से परामर्श के बिना पारित करने पर आलोचना की है और आशंका जताई है कि यह मुस्लिम अधिकारों को कमजोर कर सकता है।
फिलहाल, वक्फ संशोधन विधेयक पर बहस जारी है — समर्थन और विरोध के बीच मुस्लिम समुदाय की नजरें अब इसके लागू होने और प्रभाव पर टिकी हैं।
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